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0 मल्टी-मिशन सशस्त्र प्रीडेटर ड्रोन योजना
- ऑस्टिन की पालम हवाईअड्डे पर भारत के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और अमरीकी दूतावास के राजनयिकों ने अगवानी की।
- उनकी यात्रा की तैयारियों और एजेंडा की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि तीन अरब डॉलर से अधिक (अनुमानित) की लागत से अमरीका से करीब 30 मल्टी-मिशन सशस्त्र प्रीडेटर ड्रोन खरीदने की भारत की योजना पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
- ये ड्रोन सेना के तीनों अंगों के लिए खरीदने की योजना है। मध्य ऊंचाई पर लंबी दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम इस ड्रोन का निर्माण अमरीकी रक्षा कंपनी जनरल एटोमिक्स करती है।
- यह ड्रोन करीब 35 घंटे तक हवा में रहने में सक्षम है और जमीन एवं समुद्र में अपने लक्ष्य को भेद सकता है।
- बताया जाता है कि करीब 18 अरब डॉलर की लागत से 114 लड़ाकू विमान खरीदने की भारत की योजना पर भी वार्ता होने की संभावना है।
- दरअसल, अमरीकी रक्षा साजो सामान निर्माण कंपनियां बोइंग और लॉकहीड माॢटन की इस करार पर नजरें हैं।
- ऑस्टिन शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ व्यापक वार्ता करेंगे। अमरीकी रक्षा मंत्री के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी मिलने की संभावना है।
भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की इच्छा

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि बैठक के दौरान मोदी ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के लिए अपने दृष्टिकोण को रेखांकित किया और भारत-अमेरिका संबंधों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। ऑस्टिन की प्रथम विदेश यात्रा के दौरान तीन देशों के दौरे में भारत तीसरा पड़ाव स्थल है। उनकी इस यात्रा को अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन के अपने करीबी सहयोगियों और क्षेत्र में साझेदारों के साथ मजबूत प्रतिबद्धता के तौर पर देखा जा रहा है।
- बाइडेन प्रशासन के किसी शीर्ष मंत्री की प्रथम यात्रा के तहत अमरीकी रक्षा मंत्री लॉयड जे. ऑस्टिन (Lloyd Austin) तीन दिनों के दौरे पर शुक्रवार को भारत पहुंचे।
- उनके आने का उद्देश्य हिंद-प्रशांत सहित क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रमकता के मद्देनजर द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों को और मजबूत करना है।
- ऑस्टिन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narender Modi) से मुलाकात की और हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे इतर शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को और बढ़ाने के लिए अपने देश की ओर से मजबूत इच्छा व्यक्त की।
भारतीय सेना को 4,960 मिलान-2टी टैंक रोधी गाइडेड मिसाइलों की आपूर्ति
- रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना के लिए 1,188 करोड़ रुपये की लागत से 4,960 टैंक रोधी गाइडेड मिसाइलें खरीदने के लिए सरकारी कंपनी भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) के साथ शुक्रवार को एक करार किया।
- मंत्रालय ने कहा कि ये मिसाइलें 1,850 मीटर की दूरी तक मार करने में सक्षम हैं और उन्हें यान आधारित लॉन्चर के साथ ही जमीन से भी दागा जा सकता है। इन्हें तीन वर्षों में सेना के बेड़े में शामिल करने की योजना है।
- पिछले कुछ महीनों में मंत्रालय ने तीनों सेनाओं की लड़ाकू क्षमताओं को मजबूत करने के लिए कई खरीद परियोजनाओं को अंतिम रूप दिया है।
- रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, रक्षा मंत्रालय की खरीद शाखा ने 1,188 करोड़ रुपये की लागत से भारतीय सेना को 4,960 मिलान-2टी टैंक रोधी गाइडेड मिसाइलों की आपूर्ति के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रम भारत डायनामिक्स लिमिटेड (बीडीएल) के साथ करार किया है।
- बीडीएल इन मिसाइलों को फ्रांस की प्रमुख रक्षा कंपनी एमबीडीए मिसाइल सिस्टम्स से मिले लाइसेंस के तहत बना रहा है।