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27 फरवरी से कुंभ का आयोजन हरिद्वार में
इसको देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने विभिन्न प्रदेशों से एक गाइडलाइंस बनाते हुए कुछ अनुरोध किया है, जिसमें 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, गर्भवती महिलाएं और 10 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों, अतिसंवेदनशील व बीमार व्यक्तियों को मेले में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
- देश में कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, ऐसे में हरिद्वार में 27 फरवरी से कुंभ का आयोजन होने जा रहा है।
- केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के आधार पर उत्तराखंड सरकार ने विभिन्न प्रदेशों से यह अनुरोध किया है।
- कोविड संक्रमण के मद्देनजर भारत सरकार ने भी दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसमें भी ऐसी ही सलाह दी गई है।
नियम
- उत्तराखंड प्रशासन के मुताबिक, श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लिए कुंभ मेले में जाने वाले श्रृद्धालु की बस व रेलवे स्टेशन पर की जाएगी।
- कोविड महामारी को ध्यान में रखकर उत्तराखंड सरकार द्वारा बचाव के लिए आने वाले लोगों से सावधानियां बरतने के संबंध में दिशा निर्देश प्रसारित किए जा रहे हैं।
- कुंभ मेला क्षेत्र की रेल से आने वाले यात्रियों के लिए थर्मल स्क्रीनिंग और आरटी-पीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य करने के लिए राज्य सरकार ने रेलवे बोर्ड से भी अनुरोध किया है।
- मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कुंभ मेले के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को पत्र भेजा है।
ट्रेनों में भीड़ होने की संभावना
हरिद्वार कुंभ का ‘शाही स्नान’ ‘ के अवसर पर 11 मार्च को होगा। संभावना यह भी जताई जा रही है कि कुंभ से पहले 11 फरवरी को मौनी अमावस्या, 12 फरवरी को फाल्गुन संक्रांति, 16 फरवरी को वसंत पंचमी, 19 फरवरी को आरोग्य रथ सप्तमी व 20 फरवरी को भीमाष्टमी का स्नान है। ऐसे में हरिद्वार जाने वाले ट्रेनों में भीड़ होने की संभावना है।
इस दौरान रेल यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग और आरटी-पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट संबंधी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य करने का अनुरोध किया गया है।