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सीरम भारत में ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ अनुमति मांगी
- फाइजर के बाद अब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने अपनी कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ (Covishield) वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मांगी है।
- सीरम भारत में ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ के आपातकालीन उपयोग की औपचारिक मंजूरी प्राप्त करने के लिए भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) के समक्ष आवेदन करने वाली पहली स्वदेशी कंपनी बन गई।

इस खबर को लेकर सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा कि- जैसा कि वादा किया गया था, 2020 के अंत से पहले, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने पहले मेड-इन-इंडिया वैक्सीन, ‘कोविशील्ड’ के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन किया है। इससे अनगिनत जिंदगियां बचेंगी, और मैं अमूल्य सहयोग के लिए भारत सरकार और श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूं।
‘कोविशील्ड’ के तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण
- खबर है कि कंपनी ने महामारी के दौरान चिकित्सा आवश्यकताओं और व्यापक स्तर पर जनता के हित का हवाला देते हुए यह मंजूरी दिये जोन का अनुरोध किया है।
- इससे पहले शनिवार को अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी फाइजर की भारतीय इकाई ने उसके द्वारा विकसित कोविड-19 टीके के आपातकालीन इस्तेमाल की औपचारिक मंजूरी के लिए भारतीय दवा नियामक के समक्ष आवेदन किया था।
- फाइजर ने उसके कोविड-19 टीके को ब्रिटेन और बहरीन में ऐसी ही मंजूरी मिलने के बाद यह अनुरोध किया था। वहीं, एसआईआई ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर रविवार को देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ के तीसरे चरण का क्लीनिकल परीक्षण भी किया।
चार में से दो परीक्षण डाटा ब्रिटेन जबकि एक-एक भारत और ब्राजील से संबंधित है
आधिकारिक सूत्रों ने एसआईआई के आवेदन का हवाला देते हुए कहा कि कंपनी ने बताया है कि क्लीनिकल परीक्षण के चार डाटा में यह सामने आया है कि कोविशील्ड लक्षण वाले मरीजों और खासकर कोविड-19 के गंभीर मरीजों के मामले में खासी प्रभावकारी है। चार में से दो परीक्षण डाटा ब्रिटेन जबकि एक-एक भारत और ब्राजील से संबंधित है।