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विभाग की ओर से अन्नदाताओं का मनोबल बढ़ाया है
- समय के साथ-साथ कृषि भी पूरी तरह से आधुनिक रूप ले रहा है। किसानों काे आधुनिक यंत्रों से खेती रास आ रही है।
- सरकार की ओर से मिलने वाले अनुदान से किसान आसानी से कृषि यंत्र लेकर खेती करने में सहज महसूस कर रहे हैं।
विभाग की ओर से मिलने वाले अनुदान ने अन्नदाताओं का मनोबल बढ़ाया है। यंत्रों से खेती कर पैदावार में 30 फीसद से अधिक वृद्धि करने के साथ ही लागत में 40 फीसद तक कमी आई है।
कृषि यंत्रीकरण योजना
ऊधमसिंह नगर में कुल एक लाख तीन हजार किसान पंजीकृत हैं और एक लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि कृषि के लिए प्रयोग में लाई जाती है। इन अन्नदाताओं को राहत देने के लिए एवं आय बढ़ाने की नियत से समय समय पर अनेकों योजनाओं को सरकार की ओर से संचालित किया जाता है। ऐसे ही वर्तमान में किसानों को सुभिधा के लिए कृषि यंत्रीकरण योजना प्रदेश स्तर पर शुरू की गई है।
कृषि यंत्रों के लिए प्रत्येक वर्ष चार से पांच सौ आवेदन प्राप्त
पिछले वर्ष शुरू हुई योजना के तहत अब तक चार सौ किसानों को अलग-अलग प्रकार के कृषि उपयोग के लिए यंत्र उपलब्ध कराए गए है। इसमें खास बात यह भी है कि किसानों को अधिकतम पचास प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है। इससे पहले भी कृषि के लिए अनुदान दिया जाता रहा है। तराई की प्रमुख फसलें धान, गेहूं, गन्ना है।
यहां करीब एक लाख हेक्टेयर में इसकी पैदावार होती है। ऐसे में बढ़े काश्तकार हों या छोटे, कृषि यंत्र के माध्यम से जिसमें रोटावेटर, हैरो, ट्रैक्टर खरीदने के लिए आवेदन मिलते हैं। सरकार की ओर से किसानों को अनुदान स्वरूप 30 हजार से लेकर चार लाख रुपये मिलते हैं। जिले में अब तक 60 हजार से अधिक किसानों ने इसका लाभ लिया है। कृषि यंत्रों के लिए प्रत्येक वर्ष चार से पांच सौ आवेदन प्राप्त होते हैं।
पोर्टल पर हो रहा आवेदन
इस योजना के अंतर्गत लाभ लेने के लिए किसानों को कृषि विभाग की अोर से निर्मित एग्री मशीनरी पोर्टल पर लॉग इन करना होता है। किसानों को आवश्यकता के मुताबिक कृषि यंत्रों के लिए पोर्टल पर ही आवेदन करना होता है। दिए गए प्रारूप पर आवेदन करने के बाद इसे विभाग वेरीफिकेशन कर किसान को लाभ पहुंचापे के लिए स्वीकृति प्रदान करता है।
इन कृषि यंत्रों की अधिक मांग
- इस योजना के जरिए किसान ट्रेक्टर, हैरो, रोटावेटर, थ्रेसर, इंजन, सुपर सीडर सहित अनेक प्रकार के बेहतरीन कृषि यंत्रों की मांग अधिक है।
- अनुदान के लिए मानक निर्धारित किया गया है। इसमें दो हेक्टेयर से ज्यादा भूमि वाले किसानों को चालीस हजार रूपये प्रति का अनुदान दिया जा रहा है।
- किसानों की आवश्यकताओं को देखते हुए इस योजना के तहत कृषि यंत्रो के आवेदन की सीमा भी बढ़ाई गई है। वर्तमान में इस योजना के तहत सबसे ज्यादा किसान ट्रैक्टर के लिए आवेदन कर रहे हैं।
मुख्य कृषि अधिकारी यूएस नगर डा. अभय सक्सेना ने बताया कि खेती के पारंपरिक तरीकों में बदलाव से पैदावार में इजाफा तो हो ही रहा है, इसके अलावा बुआई में आने वाली लागत में कमी आई है। किसानों को दिक्कत न हो इस लिए पोर्टल के जरिए आवेदन की सुविधा दी गई है। इस बार अब तक चार सौ आवेदन का चुके हैं