बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा महीने में तीन दिन बंगाल में डेरा डालेंगे। बंगाल विधानसभा चुनाव में अभी करीब 6 महीने बाकी हैं, लेकिन बीजेपी अभी से मिशन बंगाल में तूफानी रफ्तार से जुटी चुकी है।
- इसी सिलसिले में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल को संगठन के लिहाज से 5 जोन में बांट दिया है और उसके लिए 5 प्रभारी भी नियुक्त कर दिए गए हैं। सभी प्रभारियों ने कोलकाता में मोर्चा भी संभाल लिया है।
- इतना ही नहीं, केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता अमित शाह हर महीने कम से कम दो दिन बंगाल में रहेंगे।
- मतलब साफ है, ममता बनर्जी को घेरने के लिए बीजेपी ने अभी से ही चक्रव्यूह रचना शुरू कर दी है।
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बंगाल के लिए 200 प्लस का टारगेट सेट
बंगाल में एक-एक वोट अपने पाले में करने के लिए बीजेपी ने अभी रणनीति फाइनल कर दी। इसके लिए बंगाल को बीजेपी ने 5 जोन में बांटा है। बीजेपी ने संगठन के हिसाब से सूबे को उत्तरी बंगाल, राढ़ बंग यानी दक्षिणी पश्चिमी जिले, नवद्वीप, मेदिनीपुर और कोलकाता में बांटा है।
बीजेपी ने बहुत पहले ही बंगाल के लिए 200 प्लस का टारगेट सेट कर रखा है। मिशन बंगाल के लिए तय टारगेट को हासिल करने के लिए कोलकाता में बीजेपी की अहम बैठक हुई, जिसमें बंगाल बीजेपी के बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। हर जोन की कमान पार्टी के बड़े नेताओं को सौंपी गयी।
त्रिपुरा में दो साल पहले कमल खिलाने में अहम किरदार निभाने वाले सुनील देवधर को मेदिनीपुर की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम कोलकाता जोन में ममता बनर्जी के किले को ध्वस्त करने की जिम्मेदारी संभालेंगे।
राष्ट्रीय सचिव हरीश द्विवेदी को उत्तरी बंगाल और विनोद सोनकर को राढ़ बंग का प्रभारी बनाया गया है। वहीं, राष्ट्रीय सचिव विनोद तावड़े को नवद्वीप क्षेत्र की जिम्मेदारी दी गयी है।
बीजेपी की रणनीति चुनाव से पहले सूबे के एक-एक वोटर तक पहुंचने की है। इसीलिए, संगठन को हर स्तर पर मजबूत किया जा रहा है। बीजेपी के केंद्रीय नेता सुनील देवधर कोलकाता पहुंच चुके हैं और अपने मिशन में जुट चुके हैं। बीजेपी अच्छी तरह जानती है कि त्रिपुरा जैसे राज्य में सुनील देवधर ने किस तरह से संगठन को खड़ा किया। इसीलिए, बंगाल के रण में उन्हें उतारा गया है।
- देवधर तीन जिलों में संगठनात्मक स्थिति की समीक्षा करेंगे।
- समीक्षा के बाद पार्टी आलाकमान को रिपोर्ट भेजेंगे।
- दूसरे प्रभारियों को भी इसी तरह की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
- प्रभारी अपने जोन के नेताओं से वन टू वन संवाद करेंगे।
- जिससे पार्टी के कार्यकर्ता से नेता तक के बारे में सटीक इनपुट मिल सके।
- सभी प्रभारियों को अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को 20 नवंबर तक रिपोर्ट सौंपनी है।
- 30 नवंबर को अमित शाह एक बार फिर बंगाल दौरे पर आ सकते हैं।
बूथ स्तर से फीड बैक लेना चाहती है बीजेपी
- बीजेपी आलाकमान की कोशिश है कि पार्टी नेताओं के बीच आपसी तालमेल में कहीं कोई कमी न हो। बीजेपी अच्छी तरह जानती है कि चुनाव में लोगों की राय प्रभावित करने में सोशल मीडिया बड़ा किरदार निभा रहा है।
- इसीलिए, बीजेपी ने तेज तर्रार अमित मालवीय को सूबे की आईटी सेल की गतिविधियों पर नज़र रखने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है, वो सोशल मीडिया पर पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान की कमान संभालेंगे।
- बीजेपी मौजूदा टीम से अलग अपने स्तर पर बूथ स्तर से फीड बैक लेना चाहती है। जल्द ही बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा हाल में बंगाल के लिए चुने गए प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक करने की तैयारी में हैं।
- बिहार में जीत से बमबम बीजेपी का पूरा ध्यान अब बंगाल पर है। अगले साल मई में होनेवाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 200 से अधिक सीटें जीतने का टारगेट सेट किया है।
- बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भरोसा है कि अबकी बार बंगाल में प्रचंड बहुमत से बीजेपी की विजय पताका लहराएगी।